Monday 5 August 2019

छंद

शंकर छंद

लक्षण--1 चार पद, आठ चरण
2 प्रत्येक पद में  26 मात्रा। विषम चरण में 16 मात्रा,सम चरण में 10 मात्रा।
3 दो दो पद के अंत में अर्थात सम चरणों के अंत में तुकांत।
4 यति बाधा 16 और 10 मात्रा में।
5 सम चरणों के अंत में गुरु,लघु(2 1)

                   बेटी

बेटी मेरी सीख रही है, गृहस्थी की मंत्र।
चूल्हा-चिमटा, बेलन-चौकी, जिंदगी के यंत्र।।
रोज पाठशाला है जाती, प्राप्त करने ज्ञान ।
मातु-पिता के बहुत दुलारी, कुसुम कली समान।।1

माँ की हाथ बटाती है वह ,नहीं करती खेद ।
तितली सी उड़ती रहती है, बहाती श्रम स्वेद।।
जीवन को है सुखमय गढ़ता, यही सब संस्कार ।
बेटी लक्ष्मी कहलाती है ,संभाले घर द्वार ।।2

चोवा राम 'बादल '
हथबन्द (छग)

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